हर भाषा में शब्द निर्माण के नियम होते हैं। उन्हीं के आधार पर आवश्यकतानुसार नए शब्दों की रचना की जाती है और उन पर अर्थारोपण करके उन्हें प्रचलन में डाल दिया जाता है। शब्द निर्माण के वे उपकरण हैं- धातु (verbal root), प्रत्यय (suffix), उपसर्ग (prefix) और समास प्रक्रिया। सामान्य 'शब्द' और 'पारिभषिक' शब्द में अंतर होता है। शब्द सामान्य और व्यापक अर्थ देने वाला होता है जबकि पारिभाषिक संकुचित और विनिर्दिष्ट अर्थ देने वाला होता है जो विषय के संदर्भ में प्रयुक्त होता है। शब्द में धातु एक ही होती है और उसमें उपसर्ग तथा प्रत्यय कई हो सकते हैं, जैसे, सांप्रदायिक। इसमें सम्, प्र दो उपसर्ग दा धातु, घञ् और इक प्रत्ययों का उपयोग किया गया है। पहले प्र उपसर्ग, दा धातु और घञ् प्रत्यय से 'प्रदाय' शब्द बनाया गया जिसे 'उपहार' या 'भेंट' देने के अर्थ देने वाला माना गया, अर्थात् इस पर इन अर्थों को चिपकाया गया। इसके बाद 'सम्' उपसर्ग लगाकर 'संप्रदाय' शब्द बनाया गया और इसे किसी विशेष समूह को व्यक्त करने का अर्थ देने वाला बताया गया। बाद में इसमें, विशेषण शब्द बनाने के लिए 'इक' प्रत्यय लगाकर सांप्रदायिक शब्द बनाया गया जिसे आजकल अंग्रेज़ी भाषा में प्रयुक्त Communal शब्द का पर्यायी बनाया गया। इक प्रत्यय लगाने पर शब्द के आदि स्वर की वृद्धि हो जाती है। संप्रदाय> सांप्रदायिक बना।
शब्द बनाना का दूसरा उपकरण है 'समास प्रक्रिया'। आजकल इस प्रक्रिया का अधिक उपयोग किया जा रहा है। समास प्रक्रिया में दो भिन्न शब्दों को जोड़कर या एक के बाद दूसरा रखकर एक नई अभिव्यक्ति या शब्द बना दिया जाता है और उस पर नया अर्थ या संकल्पना चिपका दी जाती है। इस प्रक्रिया से बनी अभिव्यक्ति या शब्द यातो दोनों या प्रयुक्त सभी शब्दों के अर्थों को व्यक्त करता है अथवा उन शब्दों के परे किसी और ही अर्थ या संकल्पना को व्यक्त करता है, 'रेड हेरिंग सूचीपत्र'। इसे बहुब्रीहि समास कहते हैं। इसी प्रक्रिया से बना है "फ़्लैश क्रैश"।
फ़्लैश क्रैश अभिव्यक्ति अंग्रेज़ी भाषा में प्रयुक्त दो शब्दों के योग से बनी है। फ़्लैश का मतलब होता है बहुत तेज़ी से प्रकाश देकर बंद हो जाना और क्रैश का मतलब होता है टुकड़े-टुकड़े होकर बिखर जाना। व्यापार जगत में शेयर बाज़ार में एकबैग बहुत तेज़ गिरावट, जैसे कि 6 मई 2010 को अमरीका के शेयर बाज़ार में तीव्र गिरावट आई और 'डो जोन्स औद्योगिक औसत' 900 प्वाइंट का गोता लगा गया, हालांकि वह कुछ ही मिनटों में ऊपर चढ़ गया। उस गिरावट को 'फ़्लैश क्रैश' कहा गया। अतः इस अभिव्यक्ति को हिंदी में "तड़ित पात" कहें तो कैसा रहेगा। 'तड़ित' का मतलब है आसमान में चमकने वाली विद्युत और 'पात' का मतलब गिरावट। यानी कि अति तीव्र गति से गिरावट, अर्थात् 'फ़्लैश क्रैश'। कोई बेहतर सुझाव हो तो बताएं।
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