शनिवार, अप्रैल 30, 2011

अंग्रेज़ी से हिंदी अनुवाद में परसर्गों एवं विशेषणों की भूमिका और अर्थ परिवर्तन


अंग्रेज़ी से हिंदी अनुवाद में परसर्गों एवं विशेषणों की भूमिका और अर्थ परिवर्तन
वर्षों से अनुवाद कार्य से जुड़ा होने के कारण अक्सर इस समस्या का सामना करना पड़ा है और आज भी दुविधा की स्थिति में पड़ जाता हूँ। "दो शब्दों की क्रियाओं" और "दो या अधिक ज्ञात अर्थों वाले" छोटे-छोटे शब्दों से बनी भिन्न अर्थ देने वाली अभिव्यक्तियों के कारण अनुवाद कार्य चुनौतीपूर्ण हो जाता है। भाषा की सूक्ष्म अभिव्यक्ति तथा शब्दों के अर्थ के साथ उनकी अर्थवत्ता का उच्च स्तर का ज्ञान होगा। अर्थवत्ता का मतलब है Significance of meaning शब्दों के कई भाव होते हैं। यहां तक कि उनके विरोधी अर्थ भी निकल सकते हैं। अतः किसी विशेष संदर्भ में किसी शब्द विशेष का क्या अर्थ है इसका ज्ञान अनुभव तथा गहन अध्ययन से ही मिल सकता है। किस शब्द का सहचर शब्द कौन सा होगा इसका भी ज्ञान प्रयोग से ही जाना जा सकता है। आज के सत्रों में हम ऐसे ही कुछ शब्दों पर चर्चा करेंगे। तमाम संदर्भों तथा अंग्रेज़ी व्याकरण की पुस्तकों और शब्दकोशों के अध्ययन के पश्चात् कुछ बातें प्रस्तुत कर रहा हूँ। आशा है इससे अनुवाद से जुड़े लोगों को कुछ मदद मिलेगी।                      -डॉ. दलसिंगार यादव
किसी ने कहा है कि अंग्रेज़ी के मामले में सबसे मुश्किल बात "प्रीपोज़ीशंस" है। अध्यापक और विद्यार्थी दोनों ही इस समस्या से जूझते रहते हैं। विद्यार्थी गलती करने से नहीं चूकते और अध्यापक उन्हें दुरुस्त करने की ज़हमत से नहीं बच पाते।
आप जानते ही हैं कि 1990 के बाद देश में बहुत परिवर्तन हुआ है। निर्यात/आयात/व्यापार/रोज़गार के संबंध में सीमा पार जाने की अब कोई सीमा नहीं रह गई है। सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र अप्रत्याशित विस्फोट की स्थिति आई, भाषा के क्षेत्र में भी बहुत क्रांति आई है। आज कोई भी विषय हिंदी में पढ़ने का समुचित अवसर मिल रहा है। उसके साथ ही नए-नए विषय प्रचलन में आ रहे हैं। नई-नई अभिव्यक्तियाँ भी प्रचलन में आ रही हैं। पहले एक शब्द वाले पर्याय प्रयोग करने का प्रचलन था। परंतु अब अंग्रेज़ी के अव्ययों को क्रियाओं के साथ जोड़ कर (Adverb  या Preposition के रूप में) प्रयोग करने का प्रचलन बढ़ रहा है हालांकि अंग्रेज़ी के मल निवासी ऐसे प्रयोग को अच्छा नहीं मानते हैं। A Dictionary of Phrasal Verbs के वरिष्ठ संपादक रोज़मंड मून का कहना है कि
"Phrasal verbs tend to be rather `colloquial' or `informal' and more appropriate to spoken English than written and even that it is better to avoid them and chose single-word equivalents or synonym instead"
परंतु उनका यह भी मानना है कि एक शब्द वाली अभिव्यक्ति कई परिस्थितियों में अपर्याप्त सिद्ध हो जात हैं। उन स्थितियों में Phrasal Verb का प्रयोग अपरिहार्य हो जाता है। अतः हम इस सत्र में Phrasal Verb तथा उनके विभिन्न प्रयोगों  के बारे में ाहरण स्वरूप संक्षिप्त चर्चा करेंगे क्योंकि Phrasal Verb  की संख्या कम से 3000 तक है  और उनका प्रयोग लगभग 5000 तक जाता है। अतः सब पर चर्चा संभव नहीं है।
यह अंग्रेज़ी व्याकरण तथा अंग्रेज़ी शब्दावली का विशेष पहलू है। यह क्रिया विशेषण अथवा पूर्वसर्ग के रूप में प्रयुक्त होने वाले अव्ययों के साथ क्रियाओं के प्रयोग से संबंधित है।
परसर्गों के प्रयोग में दो बातों का ध्यान रखना पड़ता है - एक, उनका तर्कसंगत या अर्थसम्मत ढंग से प्रयोग तथा दूसरी, वाक्य में उनके प्रयोग का स्थान। यदि इन दोनों बातों का निर्वाह होता है तो वाक्य का अर्थ समझने में कोई कठिनाई नहीं होती है। कहीं-कहीं पर तो परसर्गों  के प्रयोग से अर्थ की स्पष्टता में कोई कठिनाई नहीं होती है, जैसे, "On the table" "in the table", "under the table", "near the table" परंतु "in time", "on time", "in my opinion", "on second thought", "call up", "call down", "call on", "call off", इन्हें हमें प्रीपोज़ीशन के रूप में नहीं बल्कि शब्द भंडार के रूप में, जैसे, man, woman, boy आदि की तरह याद करना होगा।
अंग्रेज़ी सीखने की प्रक्रिया में आप अन्य वक्ताओं की भांति प्रपोज़ीशनों का प्रयोग करते रहे होंगे। आप कुछ खास शब्दों के साथ, उनका अर्थ स्पष्ट करने के लिए कुछ खास प्रीपोज़ीशनों का ही प्रयोग करते रहे होंगे, जैसे, "dispose of", "in spite of", "impart with"। इन प्रयोगों से स्पष्ट होता है कि प्रीपोज़ीशन सदैव पहले ही नहीं बल्कि बाद में तथा कहीं-कहीं तो अलग-अलग भी प्रयुक्त होते हैं, जैसे, "she runs them down"। इसका दूसरा प्रयोग "she runs down her friends"। इन दोनों वाक्यों में अर्थगत अंतर है। इसे "प्रीपोज़ीशनों के साहचर्य" के नियम से जाना जाता है। यहाँ अंग्रेज़ी के उन शब्दों की सूची व उनके अर्थ दिया जाना संभव नहीं है जिनका उपयोग विभिन्न अर्थवाले वाक्यांश बनाने में किया जाता है। व्याकरण की दृष्टि से वे शब्द सदैव प्रीपोज़ीशन नहीं होत हैं।
महत्वपूर्ण प्रीपोज़ीशन (पूर्वसर्ग) उनसे बनने वाले फ़्रेज़
कुछ महत्वपूर्ण पूर्वसर्गों की सूची दी जा रही है जो स्वतंत्र रूप से अर्थ देने के अलावा फ़्रेज़ के रूप में भिन्न अर्थ देते हैं -
aback
around
beyond
like
round
about
as
by
of
through
above
aside
down
off
to
across
at
for
on
together
after
away
forth
onto
towards
against
back
forward
out
under
ahead
behind
from
outside
up
along
below
in
over
upon
among
beneath
into
overboard
with, without
apart
between
inside
past

यदि व्याकरण की दृष्टि से देखा जाए तो ये शब्द सदैव पूर्वसर्ग के रूप में ही प्रयुक्त नहीं होते हैं। अक्सर इनका प्रयोग क्रिया विशेषण या अन्य वाग्भेदों के रूप में भी होता है। कभी-कभी अव्यय (निपात - particles) के रूप में भी इनका प्रयोग किया जाता है और कभी-कभी इन्हें फंक्शन के रूप में भी प्रयोग में लाया जाता है।
अक्सर फ़्रेज़ में एक से अधिक पूर्वसर्ग होते हैं। अतः उन पूर्वसर्गों को फ़्रेज़ के साथ ही याद किया जाना है। नीचे के वाक्य देखें :
          When did you get back?

आप कब लौटै?
When did you get to this country?       

आप इस देश में कब लौटे?
When did you get back from that country?

आप उस देश से कब लौटै?
When did you get back to this country from that country?

आप उस देश से इस देश में कब लौटे?

अनुवाद करते समय बहुत सी क्रियाएं ऐसी होती हैं जो दो शब्दों की होती हैं। ऐसे प्रयोग `मुहावरे' के रूप में प्रयुक्त होते हैं और वे एक साथ मिलाकर प्रचलित अर्थ और परंपरागत शब्दों के अर्थ से भिन्न अर्थ देते हैं। दो शब्दों की क्रियाएं जब क्रिया और पूर्वसर्ग से मिलकर बनती हैं तो वे दोनों शब्दों के अलग-अलग परंपरागत अर्थ से भिन्न अर्थ देती हैं, जैसे, "She likes to run down the stairs" इस वाक्य में "run" का परंपरागत अर्थ है "ऊँचाई से नीचे की ओर"।  परंतु "run down" का अर्थ एकदम भिन्न है, "किसी के बारे में कटु या अप्रिय बोलना"। अब अगर अर्थ की दृष्टि से दोनों वाक्यों की तुलना करें तो पहले वाक्य में "run" और "down" दोनों मिलकर एक क्रिया नहीं बनते हैं। इसमें "down"  एक स्वतंत्र शब्द है जो "दिशा" प्रदर्शित करता है जबकि दूसरे वाक्य में "she likes to run down his friends" का अर्थ है कि "वह अपने मित्रों को नीचा दिखाना चाहती है"।
अतः अंग्रेज़ी से हिंदी अनुवाद करते समय इन बातों को ध्यान में रखा जाए तो अनुवाद में आसानी होगी।
विशेषणों के उपयोग में अक्रमत्व दोष अर्थ निष्पत्ति
यदि आपने मेरी पिछली पोस्ट को पढ़ा होगा और वाक्य विन्यास में निकटतम अवयव का मतलब समझ लिया होगा तो यह बात और अच्छी तरह स्पष्ट हो जाएगी तथा आप अंग्रेज़ी से हिंदी में या हिंदी से अंग्रेज़ी में अनुवाद करते समय ग़लती नहीं करेंगे। अंग्रेज़ी में modifier कोई शब्द या शब्द समूह होता है जो अन्य शब्द समूह या उप वाक्य का अर्थ बदल देता है या उसके  अर्थ  को विनिर्दिष्ट (स्पेसिफ़िक) बना देता है। यह विशेषण के रूप में प्रयुक्त होता है। गलत स्थान पर मॉडिफ़यर के प्रयुक्त होने से अभिप्रेत अर्थ तथा वास्तविक रूप से वांछित अर्थ में भारी अंतर जाता है।  पाठक के रूप में आप उसका आशय समझ लेते हैं कि कहने वाला क्या कहना चाहता है? हम संदर्भ से अर्थ ग्रहण कर लेते हैं। यह वाक्य देखें, "I request you to kindly relieve me from my responsibility"। जैसा कि मैंने ऊपर लिखा कि संदर्भ से आशय समझ लिया जाता है। परंतु यदि आप इसका विश्लेषण करें तो कुछ और ही अर्थ निकलता है। आपने "kindly" शब्द का प्रयोग किया है शिष्टाचार प्रदर्शित करने तथा अपने बॉस के प्रति आदर प्रदर्शित करने के लिए। परंतु आपने kindly शब्द को relieve के साथ प्रयोग किया है जो क्रिया के विशेषण के रूप में आया है।  इसका मतलब यह है कि बॉस मुझे kindly relieve करें rudely नहीं। इसका यह अर्थ निकलता है कि आप अपने बॉस को, अनजाने में, अच्छा बर्ताव करने का सबक दे रहे हैं। अतः सावधानी बरतें और वाक्य इस प्रकार, "I kindly request you to relieve me from my responsibility", लिखें।  हम बिना kindly शब्द के  लिखें तो भी उसमें आदर और शिष्टाचार है क्योंकि `request'  शब्द अपने आप में शिष्ट शब्द है। निम्नलिखित वाक्य देखें और इनका अर्थ समझें-
·              useless and flat, monty removed the bicycle.
·              Boiled in oil, Sumit enjoy olives.
पहले वाक्य में मॉन्टी वह वस्तु है जो बेकार है।
दूसरे वाक्य में तेल में उबला हुआ सुमित ऑलिव्स का मज़ा लेता है।
हम दिन प्रतिदिन ऐसे ही प्रयोग करते रहते हैं जो अनजाने में अर्थ का अनर्थ करते हैं। "He went to the barber to cut his hair" (नाई का बाल काटने गया है)। इसमें भूमिका ही बदल गई है। व्याकरण की भाषा में इसे अक्रमत्व दोष कहा जाता है। अतः सही अर्थ निष्पत्ति के लिए विशेषण शब्दों या पूरक शब्द/शब्द समूह को सही स्थान पर रखा जाए।
इनके कुछ उदाहरण देखें :
क्रमांक
फ़्रेज़
अर्थ प्रयोग
1
Account for
A sizeable sum of money could not be accounted for
धन के भारी हिस्से को हिसाब में नहीं लिया जा सका।

1.
यदि धन accounted for किया गया होता तो उसे बजट में शामिल किया गया होता;
यदि कुछ घटित होता है तो आप उसे बता सकते हैं कि क्या हुआ या कैसे हुआ?
He was always prepared to account for his actions; this cannot be accounted for in such a straight forward way.

2.
यदि किसी व्यक्ति या वस्तु का हिसाब किताब किया जा सकता है तो इसका मतलब है कि लोगों को पता चलता है कि वह व्यक्ति कहाँ है या उसका क्या हुआ?
There was no means of ensuring that all of them were accounted for.

3.
यदि कोई वस्तु किसी एक बड़ी वस्तु के हिस्से के रूप में प्रदर्शित की जानी हो - इसका मतलब है कि वह वस्तु किसी बड़ी वस्तु का एक निर्दिष्ट हिस्सा है ।
Children need, account for a good part of the family budget. Tea accounts for three fifths of Srilankas export. Fifty percent of our foreign exchange accruals accounted for Participatory Notes investment).

4.
यदि कुछ धन is accounted for तो इस का मतलब है कि उसे बजट में शामिल कर लिया गया है - इस मामले में budget for का वही अर्थ है जो account for का। Grants for each state must be accounted for by the allocating authority.

5.
किसी को या किसी वस्तु को account for करने का मतलब है कि उसे पराजित करना या उसे नष्ट करना - यह पुराना प्रयोग है जो आजकल नहीं होता है - We were helped out immeasurable by a run-out which accounted for Nasim).
2.
 allow for  1. 
जब आप किसी समस्या, विलंब अथवा व्यय को अपनी योजना में allow करते हैं तो इसका मतलब है कि आप यह सुनिश्चित करते हैं कि आप के पास पर्याप्त समय, धन या संसाधन है ताकि जब उसकी नौबत आए तो आप उससे निपट सकें - If you are self employed, allow for tax and insurance.  . . .  long term fixed price contracts which did not allow for escalation of costs.

2.
यदि आप किसी ऐसी बात की अनुमति दे रहे हैं या अपनी योजना में शामिल कर रहे है जो कि अभी अस्तित्व में नहीं है तो इसका मतलब यह है कि आप ऐसी व्यवस्था कर रहे हैं जिससे वह भविष्य में संभव हो - His original plans allowed for meadows and a talk for recreation.
3.
answer for  
किसी बुरे कार्य के प्रति जवाबदेह के अर्थ में - If they start terror tactics the entire army will have to answer for their actions.
The RBI will have to answer for banks failure.



किसी की गुणवत्ता के बारे में आश्वस्त होने की गारंटी देने के अर्थ में - I can answer for his loyalty. (vouch for का भी वही अर्थ होता है)।
4.


किसी की राय/सलाह/सिफारिश पर कार्रवाई करना - The Bank's Board did not act on RBI's warning; The recommendations could not, for reasons of finance, be fully acted on. We must use these powers and act upon them.
5.

सहायता मांगना - She asked around but no-one seemed to know where the little boy had gone.
6.

आमंत्रित करना - The PM asked in developed countries for their investment in our country.


किसी से अनुरोध करना कि मेरे साथ बाहर चलो -  Every few weeks he and his wife would ask Brody and Ellen out to Dinner.


आने के लिए आमंत्रित करना - ask over to visit to your home.
7.



न चाहते हुए भी किसी दूसरे के विचार या दृष्टिकोण से सहमत होना। Give in का वही अर्थ होता है। Eventually he backed down on the question of working on Sunday . . . but the officer refused to back down on; the DGM asserting his authority and making him back down.
8.



जब एक वस्तु की तुलना दूसरे से करते हैं तो आप एक के मुकाबले दूसरे के मूल या
उसके गुणदोष को तौलते हैं। उसमें पहलू वस्तु का महत्व आंकते हैं उसके बाद उसके संदर्भ में दूसरी का महत्व आंकते हैं - Conflicting claims and interest had to be balanced one against the other.


balance out
दोनों मूल्य या रकम में समान हैं - If the State Government is over drawn in one fortnight, it should be balanced out in the following fortnight.


balance up
दोनों को रकम या मूल्य में समान बनाना - The Clearing House is where member banks daily balance up their claims on each other.
How the market forces balance up is really a matter of speculation.

9.
beat down1.
अन्य किसी को कम दाम लेने के लिए मज़बूर करते हैं।
Farmers were beaten down by buyers group of merchants. The merchant beat the farmer down from Rs.800/- to Rs. 400/-


             2.
भारी वर्षा से फसल बरबाद हो जाना -
The torrential rains that beat down the standing crop like hailstorms.

10.
Pass through
इसका मतलब वही है जो  Pass on का है। Pass through effect  का मतलब है कि लागत या कीमत में कमी या वृद्धि  को उपभोक्ता पर डालना जिससे कीमतें बाज़ार में या तो बढ़ेंगी या घटेंग; चरणवार कीमत अंतरित करना।
The Government has tried to prevent oil  companies to pass through cost increases to the consumers.
(Pass के बहुत से कांबिनेशन बनते हैं - Pass on, pass away, pass between, pass by, pass down, pass for, pass off, pass off as, pass on, pass out, passover , pass round, pass to, pass under, pass up)

11.
Draw down
यदि आप कोई अप्रिय प्रतिक्रिया व्यक्त करते हैं, अथवा कधाटई ऐसा काम करते हैं जिससे अन्य लोग आपकी आलोचना करते हैं -   In doing so, he drew down the anger of this senior members of the party.
बैंकिंग में draw down का उपयोग `बेच देने' के अर्थ में प्रयुक्त हो रहा है।
The increase in amount was reflection drawn down of shares.







         
इनके अलावा कुछ नई अभिव्यक्तियों के ऊपर चर्चा करना चाहेंगे
1.
premium product
-
यह ऐसा उत्पाद होता है जो बाज़ार में कम मांगवाला होता है परंतु सभी चाहते हैं कि वह उत्पाद मेरे पास हो। लेकिन मंहगा होने के कारण हर व्यक्ति उसे खरीदने की स्थिति में नहीं होता है। जैसे - प्लाज़्मा टी.वी.)
2.
When issued
-
यह `when as if issued' यह सशर्त लेनदेन है। यदि किसी प्रतिभूति के निर्गम की अनुमति/प्राधिकार मिल गया है परंतु अभी  वास्तव में जारी नहीं की गई है।
3.
Naked short selling
-
Short selling का मतलब होता है अभी प्रतिभूति मौजूद नहीं है परंतु प्रतिभूति विक्रेता के कब्ज़े में प्रतिभूति  है। जब उसमें Naked शब्द जोड़ दिया जाता है तो उसका अर्थ है कि विक्रेता के कब्ज़े में प्रतिभूति नहीं है परंतु बह उसकी बिक्री कर रहा है कि बाद में प्रतिभूति लाकर दे देगा।
4.
Back dating
-
कंपनियां अपने कर्मचारियों को बोनस के रूप में शेयर दे देती हैं। वे शेयर उस समय दे दिए जाते हैं जबकि उनकी स्टॉक एक्सचेंज में लिस्टिंग नहीं होती है। उनकी लिस्टिंग बाद में कराई जाती है। जैसे किसी शेयर की कीमत 1 अगस्त को 100 रुपए थी। परंतु उसे कीमत को 17 अगस्त को बताया गया जब कि कीमत 150 रुपए हो गई। इस प्रकार पिछली कीमत के आधार पर लिस्टिंग की जाती है । इसे back dating कहा जाता है।
5.
Spring loading
-
यह back dating of विपरीतार्थी  है।
6.
Revers mortage
-
सेवा निवृत्त व्यक्ति जिनके पास अपना मकान है वे उस मकान को बंधक रखकर उस पर ऋण प्राप्त कर सकेंगे। पहले उस मकान का मूल्यांकन किया जाएगा। उसके बाद बैंक उस पर ऋण दे सकेंगे। वह ऋण किस्तों में या एकमुश्त चुकाया जाएगा। यह नवोन्मेषी उत्पाद है जो राष्ट्रीय आवास बैंक ने बनाया है (20/7/2006 एफई)
7.
Discovery of price of interest
-
प्रतियोगी परिस्थिति में बाज़ार में धन का निवेश करने या बाज़ार से धन प्राप्त करने के लिए ब्याज दर (0 प्रतियोगी दृष्टिकोण से अधिक लाभप्रद या फायदेमंद ब्याज दर)  का पता लगाना।
8.
Cash and carry
-
आयातित माल में नक़द होल सेल खरीद। एक कंपनी को आयात करने का अधिकार होता है। वह थोक बिक्रेता के रूप में माल बेचता है।
9.
Durable surplus
-
लंबी अवधि के लिए अधिशेष राशि उपलब्ध रहना।
10.
Distress sale
-
मुश्किल में फंसी परिसंपत्ति की बिक्री
11.
BRIC
-
ब्राज़ील, रूस, भारत और चीन
12.
Sotto Voce
-
सहमत रकम से उच्च रकम पर खरीद या बिक्री।
13.

Repo
-
रिज़र्व बैंक द्वारा प्रतिभूति खरीदना। यह एक दिन के लिए होता है और अगले कार्य दिवस पर उत्क्रमित कर दिया जाता है।
14.
Reverse Repo
-
रिज़र्व बैंक द्वारा प्रतिभूति बेचना। रेपो का विलोम। रेपो वाला लेनदेन उत्क्रमित कर दिया जाता है।
15.
Pass through certificate
-
एक प्रकार का लिखत है जिसमें किसी संपत्ति से भविष्य में होने वाली आय (प्राप्य) को लिखत धारक के पक्ष में सभी भावी जोखिमों सहित अंतरित कर दी जाती है। प्रमाणपत्र धारक उससे आय प्राप्त करता रहता है।
16.
Cross selling
-
एक ही समूह की अलग-अलग संस्थाओं के बीच बेचना।
17.
Sub reverse repo rate
-
रिवर्स रेपो रेट से नीचे का या कम दर
18.
Net Bankers
-
नेटवर्किंग द्वारा बैंकिंग का व्यवसाय करने वाले बैंक।
19.
Selic Rate
-
रेपो रेट की भांति ब्राज़ील में केंद्रीय बैंक द्वारा मुद्रा देने और लेने के लिए दर।
20.
Take long position
-
भारी निवेश करना/ अधिक शेयरों की खरीद करना।
21.
Financial Closure
-
धन मुहैया कराने का आश्वासन
22.
Plurilateral Negotiation
-
यदि दूसरे देश चाहते हैं तो विकासशील देश को न चाहते हुए भी समझौते में शामिल होना पड़ेगा।

डॉ. दलसिंगार यादव
निदेशक
राजभाषा विकास परिषद
नागपुर
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शुक्रवार, अप्रैल 29, 2011

भाषा विचार - संप्रेषण की परिणति वाक्य


भाषा विचार - संप्रेषण की परिणति वाक्य

अपनी पिछली चार पोस्टों में भाषा की मूलभूत इकाई वर्तनी, शब्द आदि के बारे बात कर चुका हूं और वे सभी संप्रेषण के आधार भूत तत्व हैं संप्रेषण क्या है? इसके बारे में मैंने पिछली पोस्ट में चर्चा की थी और संप्रेषण में मुख्य रूप से हम क्रमशः ध्वनिम, शब्द, पद, उपवाक्य से होते हुए वाक्य तक पहुंचते हैं और अपनी बात दूसरों तक पहुंचाते हैंहम चर्चा करते समय या लेखन करते समय भाषा के मूल संरचनागत नियमों को ध्यान में रखकर अंततः वाक्य पर पहुँच कर अपना मंतव्य प्रकट करते हैं। इसे ही भाषा की पूर्ण इकाई मानते हैं, अर्थात् लिखित रूप में भी और ध्वन्यात्मक रूप में भी वाक्य मनुष्य की भाषागत अभिव्यक्ति का सबसे महत्वपूर्ण उपादान है। मनुष्य वाक्यों में ही सोचता है और अपनी मानसिक प्रक्रिया को इच्छा और आवश्यकता के अनुसार वाक्य के विभिन्न रूपों में ही अभिव्यक्त करता है। आधुनिक भाषा विज्ञान में अभी तक किए गए अनुसंधानों से इस तथ्य की पुष्टि होती है कि मानव विचार की प्रक्रिया आंतरिक भाषा के समान है जिसमें व्यक्त भाषा के समान ही वाक्य परस्पर संबद्ध रहते हैं। हमारे सोचने और वार्तालाप का माध्यम वाक्य ही होते हैं भारतीय परंपरा में भाषा रचना का अध्ययन तीन दृष्टकोण से किया जाता है – 1. स्वन संरचना (फ़ोनीम) – बाह्य, 2. व्याकरणिक संरचना (ग्रामर) – बाह्य, 3. अर्थ संरचना (सिमैंटिक) – आंतरिक। परंतु इन सभी विचारों का अंतिम अभिलक्ष्य वाक्य और वाक्य के माध्यम से अर्थाभिव्यक्ति ही है। इस प्रकार वाक्य के बारे में चिंतकों के दो वर्ग बनते हैं

1.    वाक्य की व्याकरणिक संरचना पर विचार करके नियम निर्धारित करने वाला और

2.   वाक्य की अर्थाभिव्यक्ति या संप्रेषणीयता पर विचार करने वाला।

इस संपूर्ण प्रक्रिया की परिणति विश्लेषण या संश्लेषण विधि द्वारा भाषा की संरचना का अध्ययन करना है ताकि भाषा सीखने की इच्छा रखने वाला व्यक्ति शब्दों को संश्लेषित करके वाक्य की रचना कर सके और उस वाक्य के पदों को विश्लेषित करके उसकी अर्थाभिव्यक्ति द्वारा अर्थ ग्रहण कर सके। अब तक किसी न किसी रूप में मुख्यतः वाक्य संरचना तथा संदेश संप्रेषण इन्हीं धुरियों के चारों तरफ़ घूमती रहती है।  

वाक्य रचना की शुरुआत - पद रचना

भाषा के शुद्ध और सुगठित वाक्य की रचना के लिए पद रचना का ज्ञान आवश्यक है। वाक्य में शब्द इसी रूप में हमारे सामने आता है। यह उसकी प्रायोगिक स्थिति होती है। शब्दकोशों में लिखे गए शब्द का रूप व्यावहारिक नहीं होता है। उस रूप में वह किसी कथन या वक्तव्य का अंग नहीं बनता। वाक्य या प्रोक्ति (डिसकोर्स) का अंग बनने के लिए उसमें स्वाभाविक स्थिति की अपेक्षा कुछ परिवर्तन-परिवर्धन अपेक्षित होता है। "अपदम् न प्रयुञ्जीत" अपद का प्रयोग मत करो। अर्थात् प्रयोग के समय लिंग, वचन, कारक व वृत्ति के अनुसार कुछ न कुछ परिवर्तन-परिवर्धन करना पड़ता है। परिवर्तन-परिवर्धन की इस प्रक्रिया को पद रचना कहते हैं तथा यह परिवर्तित-परिवर्धित शब्द "पद"  कहलाता है। कारकचिह्नों से युक्त्त शब्दों तथा क्रिया रूपों को पद कहते हैं।

यह पद वाक्य का अंतरंग अवयव है। पद के अर्थज्ञान के बिना वाक्य का अर्थज्ञान नहीं हो सकता। पद रचना हेतु प्रत्ययों का इस्तेमाल किया जाता है। कभी-कभी ऐसा भी होता है कि प्रयोग गत शब्दों में किसी प्रकार का परिवर्तन-परिवर्धन नहीं किया जा सकता है। उस स्थिति में उसका रूप परिवर्तित हो या न हो उसमें कुछ न कुछ अतिरिक्त सम्बंध भावना आ जाती है।

भारतीय भाषा शास्त्र में "पद" का इतिहास बहुत प्राचीन है। वेदों में भी इस का प्रयोग बहुलता से आता है। यास्क के निरुक्त से पूर्व निश्चय ही "पद" की स्थित व तत्संबंधी अन्य धारणाएँ स्थिर रूप कर चुकी थीं। पाणिनि ने "सुप्" और "तिङ्" प्रत्ययों से युक्त शब्द को "पद" माना है। (सुप् तिङंत पदम् – 1.4.14)। वाक्य में पदों के समूह को पदबंध कहते हैं। इस प्रकार पदबंधों से वाक्य की रचना होती है। अतः अंग्रेज़ी भाषा से हिंदी में अनुवाद कार्य करते समय यदि पद निर्माण के सिद्धांतों का अनुसरण किया जाए तो वाक्य रचना कभी दुरूह नहीं होगी और फिर हिंदी पर क्लिष्टता का अरोप लगने का अवसर नहीं मिलेगा।

 पदबंध रचना

कारक युक्त शब्दों का परंतु बिना उद्देश्य, विधेय का समूह "पदबंध" है। इसे और स्पष्ट ढंग से कहें तो "शब्दों का समूह जिनसे अर्थ का बोध होता है, परंतु पूर्ण अर्थ का बोध नहीं  होता है "पदबंध" कहलाता है।" उपवाक्य में उद्देश्य और विधेय होते हैं परंतु पदबंध नहीं।  

पदबंध का स्वरूप

"पद" से बड़ी परंतु उपवाक्य से छोटी इकाई पदबंध है। पदबंधों से ही मिल कर उपवाक्य बनते हैं। पदबंद वाक्य में निर्धारित व्याकरणिक प्रकार्य (फ़ंक्शन) पूरा करने वाली इकाइयां हैं जिनका अस्तित्व केवल वाक्य के अंतर्गत ही संभव है, वाक्य के बाहर नहीं।

प्रत्येक वाक्य में कर्ता, कर्म, पूरक, अव्यय तथा क्रिया के निर्धारित स्थान होते हैं जहाँ पर प्रयुक्त होकर संज्ञा, विशेषण, क्रिया आदि शब्द वाक्य में कुछ निश्चित भूमिकाएँ निभाते हैं और निर्धारित कार्य संपन्न करते हैं। इन स्थानों को प्रकार्य स्थान (स्पाट) कहते हैं। इन प्रकार्य स्थानों पर जो शब्द या शब्द समूह प्रयुक्त होते हैं या होने की क्षमता रखते हैं उन्हें पदबंध कहते हैं।  

निम्नलिखित वाक्य देखिए -

1.    मेरी लड़की शाम को लौटेगी।

2.    मेरी लड़की कल शाम को लौटेगी।

3.    मेरी सबसे बड़ी लड़की कल या परसों शाम को लोटेगी।

पहले वाक्य में तीन पदबंद हैं - "लड़की", "शाम को" और "लौटेगी"। दूसरे और तीसरे वाक्यों में पहले वाक्य के पदबंधों का विस्तार किया गया है लेकिन वे उन्हीं प्रकार्य स्थानों पर प्रयुक्त हुए हैं। इसलिए वे भी पदबंध हैं। "लड़की", "मेरी लड़की" और "मेरी सबसे बड़ी लड़की" इन तीनों में कोई अंतर नहीं है क्योंकि तीनों ही पदबंद हैं और कर्ता स्थान पर प्रयुक्त हैं। इसी प्रकार "शाम को", "कल शाम को", "कल या परसों शाम को" तीनों ही पदबंद हैं और क्रिया विशेषण के प्रकार्य स्थान पर प्रयुक्त्त हुए हैं। इसका मतलब यह हुआ कि न्यूनतम पदबंध के विस्तार के लिए जितने भी विशेषक प्रयुक्त होंगे वे सभी उसके अंग होते जाएंगे।

वाक्य में पदबंध जो प्रकार्य करते हैं उसके आधार पर हम पदबंधों की प्रकार्यात्मक कोटियाँ (फ़ंक्शनल कटेगरीज़) बना सकते हैं, जैसे, कर्ता पदबंध, कर्म पदबंध, पूरक पदबंध, क्रिया विशेषण पदबंध।  इन प्रकार्यों के लिए प्रयुक्त पदबंधों के संरचनात्मक स्वरूप को स्पष्ट करके हम इनकी संरचनात्मक कोटियाँ (स्ट्रक्चरल कटेगरीज़) भी निर्धारित कर सकते हैं, जैसे संज्ञा पदबंध, विशेषण पदबंध, क्रिया विशेषण पदबंध। अतः वाक्य का निर्माण करते समय यदि इन पदबंधों के स्थानों को निश्चित कर लिया जाए तो इन वाक्य घटकों को निकटतम अवयव (क्लोज़ेस्ट कॉम्पोनेंट) के अनुसार रखकर सुगठित व अर्थाभिव्यक्ति की दृष्टि से स्पष्ट वाक्य की रचना की जा सकती है।

यदि वाक्य निर्माण के इन नियमों का पालन किया जाए और हिंदी भाषा के शिक्षण में वाक्य संरचना इसी के आधार पर कराई जाए तो हिंदी भाषा पर लगने वाले आरोपों को झूठा सिद्ध किया जा सकता है।

इस प्रकार, संप्रेषणीयता संबंधी मेरी संकल्पना की प्रस्तुति यहीं समाप्ति होती है। भाषा और व्याकरण संबंधी कोई और विषय पर लेखन की आवश्यकता महसूस करें तो अपनी प्रतिक्रिया दें। सेवा में सहर्ष हाज़िर हो जाऊंगा। 

-       डॉ. दलसिंगार यादव

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क्या रुपए का नया प्रतीक क्षेत्रीयता का परिचायक है?