शुक्रवार, नवंबर 19, 2010

क्या अंग्रेज़ी न आना बदकिस्मती है?

यह गुलाम मानसिकता ही है कि हम अपनी भाषा न आने पर नहीं बल्कि अंग्रेज़ी न आने पर अपनी बदकिस्मती समझते हैं। विग बॉस में पामेला ऐंडरसन से थोड़े समय के लिए मिलने पर सीमा परिहार ने ऐसा कहा क्योंकि उसके साथ अंग्रेज़ी में बात नहीं कर पाईं। पामेला हिंदुस्तान आई थीं हिंदुस्तान की संस्कृति सीखने। बदकिस्मत तो पामेला है कि उन्हें हिंदी नहीं आती। वास्तविकता तो यह है कि वह भारत से तीन दिन में साढ़े सात करोड़ कमाने आई थी ताकि अपने देश जाकर अपनी कर की देयता को निपटा सकें। यदि हिंदुस्तान की संस्कृति सीखने आतीं तो हिंदी ज़रूर सीखकर आतीं और हिंदी न आने पर उनहें मलाल होता। अतः सीमा जी को अपनी बदकिस्मती पर रोने की ज़रूरत नहीं है।

3 टिप्‍पणियां:

  1. ऐसी खबरों को क्यों इतनी प्रथामिका दे रहे हैं. इन सब को इग्नोर करना चाहिए

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  2. नहीं यदी हम आज़ाद हिंदुस्तान मैं रहते हैं तो. और हाँ यदि हम ग़ुलाम हिंदुस्तान मैं रहते हैं तो.

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  3. अंग्रेजी न आना बिल्कुल भी बदकिस्मती नहीं है, सब अपने आत्मविश्वास पर निर्भर करता है, और वह केवल तभी आता है जब अपनी भाषा पर पूर्ण अधिकार हो।

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