tag:blogger.com,1999:blog-1711294389298500420.post1536671895061594554..comments2023-10-10T14:44:10.544+05:30Comments on राजभाषा विकास परिषद: त्रिभाषा सूत्र - क्या है और क्यों आवश्यक है?डॉ. दलसिंगार यादवhttp://www.blogger.com/profile/07635372333889875566noreply@blogger.comBlogger8125tag:blogger.com,1999:blog-1711294389298500420.post-90674066344295999702010-05-27T20:29:04.880+05:302010-05-27T20:29:04.880+05:30धन्यवाद शकील जी, अमरीश जी,
राजभाषा विकास परिषद का...धन्यवाद शकील जी, अमरीश जी,<br /> राजभाषा विकास परिषद का गठन हिंदी की आवाज़ उठाने तथा इसे कंप्यूटर के क्षेत्र में अग्रणी बनाने के लिए और यूनीकोड आधारित हिंदी को प्रचलित करने के लिए हुआ है। परंतु कभी-कभी निराशा के आगोश में आ जाता हूं। हिंदी वाले प्रभावी नहीं हैं या जानबूझकर तटस्थ बने हुए हैं। हिंदी अधिकारी ऐग्रेसिव क्यों नहीं हो रहे हैं? मेरे कार्यक्रम में सहभागिता बहुत कम हो रही है।<br />डॉ. दलसिंगार यादवडॉ. दलसिंगार यादवhttps://www.blogger.com/profile/07635372333889875566noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1711294389298500420.post-8387114787108114772010-04-24T15:50:55.720+05:302010-04-24T15:50:55.720+05:30श्री शकील जी, यदि हरेक आपके जैसा सोचने लगे तो सोचो...श्री शकील जी, यदि हरेक आपके जैसा सोचने लगे तो सोचो वातावरण कैसा होगा। कितना सुंदर और कितना प्यारा होगा, हमारा हिंदुस्तान..............<br />भारत जननी एक हृदय हो......................Rangahttps://www.blogger.com/profile/13877245734472092315noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1711294389298500420.post-7465020344184920122010-04-24T15:47:17.816+05:302010-04-24T15:47:17.816+05:30अगर आज की तारीख में भी हम सभी राजभाषा अधिकारियों क...अगर आज की तारीख में भी हम सभी राजभाषा अधिकारियों को कंप्यूटर पर हिंदी का प्रशिक्षण दे पाते हैं तो भी यह बहुत बड़ी बात है। क्योंकि आने वाले समय में पेपरलेस कार्य को सिर्फ और सिर्फ कंप्यूटर के ही माध्यम से किया जा सकता है। यदि एक बार एक मंच से हिंदी की आवाज उठे तो वो दिन दूर नही है कि पूरा राजकाज का वातावरण हिंदीमय हो जाएगा।Rangahttps://www.blogger.com/profile/13877245734472092315noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1711294389298500420.post-62133493631019768802010-04-24T15:44:32.106+05:302010-04-24T15:44:32.106+05:30मैं किसी भी भाषा का विरोधी नहीं हूँ पर अपनी हिंदी ...मैं किसी भी भाषा का विरोधी नहीं हूँ पर अपनी हिंदी भाषा का पुजारी हूँ उसे नतमस्तक करता हूँ। साथियों हिंदी ही है जो हम सबको एक सूत्र में पिरो कर रखती है। परंतु आज कुछ और ही देखने को मिल रहा है। जिसे भी देखो अंग्रेजी को अपनी पहचान का साधन समझ बैठा है। इसलिए अपनी भाषा से दूर होता जा रहा है। हमारे सभी राजभाषा अधिकारियों को एक जुट होकर आधुनिकता में हिंदी का कंप्यूटरीकरण करना होगा।Rangahttps://www.blogger.com/profile/13877245734472092315noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1711294389298500420.post-20893597862927539112010-04-20T10:44:25.053+05:302010-04-20T10:44:25.053+05:30महोदय,
नई आशा,मन की अभिलाषा,
विकसित हो हमारी भाषा ...महोदय,<br />नई आशा,मन की अभिलाषा,<br />विकसित हो हमारी भाषा हिंदी भाषाSartaj Mohd Shakeelhttps://www.blogger.com/profile/06534315474223295933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1711294389298500420.post-22476468060634114952010-04-04T20:00:14.525+05:302010-04-04T20:00:14.525+05:30धन्यवाद, अजय,संगीता जी,जयराम जी और शमा जी। यदि आप ...धन्यवाद, अजय,संगीता जी,जयराम जी और शमा जी। यदि आप अपना ईमेल पता दें तो संपर्क कर सकता हैं।डॉ. दलसिंगार यादवhttps://www.blogger.com/profile/07635372333889875566noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1711294389298500420.post-71015509995068624302010-04-04T14:30:00.668+05:302010-04-04T14:30:00.668+05:30हिंदी ब्लाग लेखन के लिए स्वागत और बधाई
कृपया अन्य ...हिंदी ब्लाग लेखन के लिए स्वागत और बधाई<br />कृपया अन्य ब्लॉगों को भी पढें और अपनी बहुमूल्य टिप्पणियां देनें का कष्ट करेंअजय कुमारhttps://www.blogger.com/profile/15547441026727356931noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1711294389298500420.post-640458728032377582010-03-28T23:51:17.554+05:302010-03-28T23:51:17.554+05:30Tree bhasha sootr atyant avashyak hai..ham jitna j...Tree bhasha sootr atyant avashyak hai..ham jitna jaldi is baat ko grahan karen utna achha hoga!shamahttps://www.blogger.com/profile/15550777701990954859noreply@blogger.com